दुनिया के लिए सायबर सुरक्षा एक चैलेंज: कपूर

समाधान अभियान की 295 वीं कार्यशाला
इंदौर. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वरूण कपूर द्वारा ब्लैक रिबन इनिशिएटिव के तहत संचालित ‘समाधानÓ अभियान में 295 वीं कार्यशाला का आयोजन ‘केंद्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय, सीमा सुरक्षा बल, इंदौरÓ के सभागृह में संपन्न किया गया. इस कार्यशाला में सीमा सुरक्षा बल के 357 अधिकारियों, कर्मचारियों ने भाग लिया.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक वरूण कपूर द्वारा कार्यशाला को संबोधित करते हुए सायबर स्पेस में हो रहे अपराधों की जानकारी दी गई एवं उनके सुरक्षित उपयोग के बारे में बताया. इस अवसर पर उपस्थितों को यह भी बताया गया कि दुनिया के लिये सायबर सुरक्षा एक चैलेंज है. जब भी आप वर्चुअल दुनिया में होते हैं तब आप स्क्रिन के साथ इंटरेक्ट करते हैं उसके पीछे क्या है, यह नहीं जानते.
सायबर अपराधी या सामने वाला व्यक्ति जो दिखाना चाहता है वही स्क्रीन पर दिखता है. अभी हाल ही में बीएसएफ. का अधिकारी हनीट्रेप के मामले में फंसा है. वास्तविक दुनिया में कोई भी अपराधी वर्दी वालों के साथ अपराध करने में घबराता है, क्योंकि वह जानता है कि यह अधिकारी है और इसके विरूद्ध अपराध नहीं करना चाहिये, परंतु वर्चुअल वल्र्ड में हम सब एक समान हैं. इसलिए हमारे विरूद्ध भी अपराध घटित हो सकता है.
बीएसएफ. के अधिकारी-कर्मचारी देश की सीमाओं की सुरक्षा करते हैं, उन्हें सायबर वल्र्ड का उपयोग सुरक्षित रहकर करना चाहिये और सायबर अपराध से बचना चाहिये व सायबर कानून की जानकारी होना चाहिये, जिससे आप गलती से भी अपराधी न बनें.

सायबर मार्फिंग की जानकारी दी

इसके अतिरिक्त सायबर मार्फिंग के बार में विस्तृत जानकारी देते हुए यह बताया कि मार्फिंग के द्वारा कई लोगों को बदनाम किया जा रहा है. आप जो फोटो सोशल नेटवर्किंग पर डालते हैं, उसे मार्फिंग कर बदला जा सकता है. इसलिये कोई भी फोटो डालने के पूर्व पुर्णत: सोचे व समझें.
इस अवसर पर केंद्रीय आयुध एवं युद्ध कौशल विद्यालय, बीएसएफ. के पुलिस महानिरीक्षक बी.के.मेहता द्वारा कपूर को स्मृति चिन्ह व प्रशसा पत्र प्रदान कर कार्यक्रम का समापन किया गया. आभार उप पुलिस महानिरीक्षक, बीएसएफ. अरूण तांबे द्वारा व्यक्त किया गया.
कार्यशाला का समन्वय असिस्टेंड कमाडेंट आनंद कुमार ने किया. इस अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक सुभाष सिंह भी उपस्थित रहे.

Leave a Comment